Thursday, February 19, 2009

Nazrae Inayat tu karde download Mp3

Share Author: Manisha.Rautela.Bisht on 9:19 PM

Dear readers
This simple bhajan is from the same album "teri sharan" sung by Anup Jalota .It is very simple and soothing bhajan I like it a lot .Jai Sai Ram .

नज़रे इनायात तू कर दे खाली दामन ओ साई ओ साई तू भर दे
मेरी मंजिल है तू मुझे साई ओ साई ओ साई तेरा कर दे
मुझे साई ऐसा वर दे ऐसा वर दे ऐसा वर दे...

मैं राही तू राह्वर-२ मुझे साई ऐसा दे वर
न भटकू तेरा दर न भटकू तेरा दर .....३
मैं राही तू राह्वर मुझे साई ऐसा दे वर
न भटकू तेरा दर न भटकू तेरा दर

छोड़ सकू मैं ओ भगवन ये जग का झूठा भरम
चरण कमल में चित्त हों ,हों बस तेरा पूजा करम
छोड़ सकू मैं ओ भगवन ये जग का झूठा भरम
चरण कमल में चित हों ,हों बस तेरा पूजा करम
छोड़ सकूँ मैं ओ भगवन ये जग का झूठा भरम
ओ साई ये विनती सुन ले मुझे साई ऐसा दे वर
न भटकू तेरा दर न भटकू तेरा दर ......

तेरे रंग में रंग जाऊँ केवल भक्ति का रंग हों
तेरा जप तेरा तप तेरे ज्ञान का सत्संग हों
तेरे रंग में रंग जाऊँ केवल भक्ति का रंग हों
तेरा जप तेरा तप तेरे ज्ञान का सत्संग हों
ओ साई यह विनती सुन ले मुझे साई ऐस दे वर
न भटकू तेरा दर ,न भटकू तेरा दर ....

To download the bhajan click on link below.

Nazrae Inayat tu karde.mp3

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~श्री सच्चिदानंद सदगुरू श्री साईनाथ महाराज की जय~ श्री साई बाबा के ग्यारह वचन : १.जो शिरडी आएगा ,आपद दूर भगाएगा,२.चढ़े समाधी की सीढी पर ,पैर तले दुःख की पीढ़ी पर,३.त्याग शरीर चला जाऊंगा ,भक्त हेतु दौडा आऊंगा,४.मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पुरी आस५.मुझे सदा ही जीवत जानो ,अनुभव करो सत्य पहचानो,,६.मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताये ७.जैसा भाव रहे जिस मनका, वैसा रूप हुआ मेरे मनका,,८.भार तुम्हारा मुझ पर होगा ,वचन न मेरा झूठा होगा ९ आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर ,१०.मुझ में लीन वचन मन काया ,उसका ऋण न कभी चुकाया,११ .धन्य -धन्य व भक्त अनन्य ,मेरी शरण तज जिसे न अन्य~श्री सच्चिदानंद सदगुरू श्री साईनाथ महाराज की जय~
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About Author.

I feel I am like a river, having my own course, stream and flow but the final destiny is to be one with the boundless ocean of my Sathguru Shirdi Sai Baba.

Amidst all the worldly rituals I am performing,I do not dare to loose sight of my Sainath. He is the sole driving force, the guide and the Supreme master.

The strings of my life are in his hand,I am just a puppet at His Holy Feet.
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